तख्ते पर एक दूसरे के सामने तकिए लगाए (बैठे) होंगे नौजवान लड़के जो (बेहिश्त में) हमेशा (लड़के ही बने) रहेंगे لَا يَسْمَعُوْنَ فِيْهَا لَغْوًا وَّلَا تَأْثِيْمًاۙ - ٢٥ तो दाहिने हाथ (में आमाल नामा लेने) वाले (वाह) दाहिने हाथ वाले क्या (चैन में) हैं Ini bukan cerita tentang zaman dahulu, https://www.bacadenk.com/4786/surat-al-waqiah-arab.html