ऊँ ह्नीं बगुलामुखी देव्यै ह्नीं ओम नम:। कवचं यः पठेद् देवि तस्यासाध्यं न किञ्चन। ब्रह्माजीने इस विद्या का उपदेश सनकादिक मुनियों को किया। सनत्कुमार ने देवर्षि नारदको और नारद ने नामक परमहंस को इसका उपदेश किया। पांडवो ने भी युद्ध से पहले की बगलामुखी पूजा Baglamukhi mata , we pray https://www.youtube.com/watch?v=5VeSyP9JRw0