उस मोड़ से शुरू करनी है फिर से जिंदगी, जहाँ सारा शहर अपना था और तुम अजनबी… फासले ही बढ़ाये हैं लोगों ने… हौसला किसी ने नही बढ़ाया वो बड़े लोग हैं अपनी मर्जी से याद करते हैं। जैसे दूर हो कर भी तेरी बाहों में सो जाना… मैं हमदर्दी https://hindishayariforboyfriend01110.homewikia.com/10081437/not_known_details_about_dil_ka_dard_shayari_in_hindi