ॐ शिवे भगवे भक्षे भगे भंग क्षोभय क्षोभय मोहय मोहय छदाय छदाय कलेटय क्लीं शरीरे ओम फट स्वाहा अगर आप ऐसा करते है तो साधना खंडित होना तय है. साधना के दौरान उस व्यक्ति से कम ही मिले जिस पर आप प्रयोग कर रहे है. You can find limitless choices https://alfredm161xsm9.verybigblog.com/profile